Class 2 student robbed from primary shop कॉलेज और बड़े शिक्षण संस्थानों में रैगिंग के मामले तो आपने अक्सर सुने होंगे, लेकिन आगरा में जो मामला सामने आया है, उसे सुनकर रोंगटे खड़े हो जाएंगे। आगरा के एक नामी और प्रतिष्ठित स्कूल में 6 साल के बच्चे के साथ रैगिंग की गई।
सिर्फ रैगिंग ही नहीं, बल्कि रैगिंग के नाम पर मासूम के साथ दरिंदगी की गई। मासूम को रैगिंग के नाम पर इस तरह प्रताड़ित किया गया कि लोग इसे सुनकर हैरान हैं और आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। साथ ही स्कूल प्रशासन पर भी सवाल उठ रहे हैं कि जब मासूम के साथ ये सब हो रहा था, तब स्कूल स्टाफ या शिक्षक कहां थे। मासूम इस दरिंदगी से उबर नहीं पा रहा है। जानकारी के मुताबिक, यह दरिंदगी कक्षा 2 के छात्र के साथ हुई।
मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना के चलते अब बच्चे को 104 डिग्री बुखार है। अब मासूम स्कूल जाने के नाम पर रोने और कांपने लगता है। स्कूल प्रशासन की लापरवाही परिजनों का आरोप है कि स्कूल प्रशासन से शिकायत करने के बावजूद आरोपी छात्र के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। स्कूल प्रशासन ने घटना से इनकार किया है। स्कूल में बच्चों की सुरक्षा को लेकर यह बड़ी लापरवाही है।

परिवार की मांग है कि दोषी छात्रों और उनके अभिभावकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए। स्कूल प्रशासन की जिम्मेदारी तय कर कार्रवाई की जाए। परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। परिवार ने मामले की लिखित शिकायत एडिशनल सीपी से की है। एडिशनल सीपी ने जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया है। यह घटना बच्चों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती है।
Class 2 student robbed from primary shop डर के कारण बच्चे ने पूरी बात नहीं बताई
डर के कारण बच्चे ने पूरी कहानी नहीं बताई। कारोबारी ने चार दिन पहले स्कूल में शिकायत की। आरोप है कि स्कूल प्रबंधन ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। तीन दिन पहले कारोबारी के परिजनों के साथ बच्चे से प्यार से पूछा तो उसने जो बताया उसे सुनकर वे दंग रह गए। उसने डरते-डरते बताया कि एक बार सीनियर छात्र ने उसे स्कूल के वॉशरूम में बंद कर दिया था। इसके बाद सवा महीने पहले छुट्टी के बाद स्कूल बस में उसके दोनों जूतों पर थूका और उसे चटवाया। मना करने पर उसके मुंह पर करीब 30 थप्पड़ मारे।
यह भी धमकी दी कि घर पर किसी को बताया तो रस्सी से लटका देंगे और गला रेत देंगे। उस दिन से बच्चा स्कूल नहीं जा रहा है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। स्कूल को मामले की जानकारी दी गई तो उन्होंने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। इस पर भी सुनवाई नहीं हुई तो पीड़ित बच्चे के पिता ने मंगलवार को अपर पुलिस आयुक्त संजीव त्यागी से मुलाकात की और उन्हें पूरी घटना बताई। मामले की गंभीरता को देखते हुए उन्होंने एसीपी हरीपर्वत आदित्य कुमार को जांच सौंपकर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
Class 2 student robbed from primary shop अपर पुलिस आयुक्त का कहना है कि जांच में जो तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
फोन पर मिली शिकायत, बच्चे पर लगाई रोक
स्कूल संचालक सुनील अग्रवाल का कहना है कि पीड़ित बच्चे के अभिभावकों ने हमसे फोन पर शिकायत की थी, जिसके बाद बस अटेंडेंट को हटाकर जांच कराई जा रही है।
जांच पूरी होने तक आरोपी बच्चे के स्कूल आने पर रोक लगा दी गई है। साथ ही पीड़ित बच्चे के पिता को ई-मेल के जरिए कार्रवाई की जानकारी दे दी गई है। लेकिन अभी तक उन्होंने लिखित शिकायत नहीं की है और न ही उनका फोन उठाया जा रहा है। रात को सोते समय वह बुदबुदाता, “मुझे मत मारो” और अचानक डरकर जाग जाता। एक सप्ताह पहले कारोबारी ने बच्चे को शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. अरुण जैन को दिखाया।
रिपोर्ट देखने के बाद उन्हें सब कुछ सामान्य लगा। उन्होंने बच्चे को भरोसे में लेकर पूछा तो उसने बताया कि बस में एक गंदा बच्चा उसे परेशान करता है। उससे थूक चटवाता है। तब कारोबारी को पता चला कि इसी वजह से वह डरता है।